संभावना, निष्कर्ष और निर्णय:-तीन अलग अलग शब्द और तीनों के अलग अलग महत्व। तो आज इन शब्दों से क्या सीखने और समझने वाले हैं हम?कुछ दिलचस्प ही है जो कि हर व्यक्ति विशेष से जुड़ा हुआ है। कैसे किसी भी इंसान को हम गलत का दर्जा देते हैं?उसकी किसी भी बात को जो कि उसके … Continue reading संभावना, निष्कर्ष और निर्णय:-
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भैया चुनाव आ रहा है। ( हमरी कलम से)
सुबह सुबह टेहलने निकले तो दिखा अजब नज़ारा, सदियों बाद साफ सुथरा दिखा हमें मुहल्ला हमारा। मिजाजे सड़क का था अजब सा चेहरा, हर चौराहे पे था पुलिस का पेहरा। कुछ एक रंग के झंडो से, सजा था शहेर हमारा, कोने में पड़ा कूडादान, मायूस खड़ा था बेचारा। रातों रात नई सड़क देख मन अचंभित … Continue reading भैया चुनाव आ रहा है। ( हमरी कलम से)
जी चाहता है। ( हमरी कलम से )
a short hindi poem by me..... जी चाहता है
कहा नहीं जा सकता फिर भी किसमें शैतान समाया है।
कहा नहीं जा सकता फिर भी किसमें शैतान समाया है। वो वस्त्र जो हमने पहना है, वो चरित्र जो उसने ओढां है, वो खाना जो हमने खाया है, वो हवा जिसमें जीवन समाया है, है किया बर्बाद वही सब, जिससे ये जीवन आया है, कहा नहीं जा सकता फिर भी किसमें शैतान समाया है। वो … Continue reading कहा नहीं जा सकता फिर भी किसमें शैतान समाया है।